विकारी एवं अविकारी vikari aur avikari shabd in hindi

भाषा की सबसे छोटी इकाई को वर्ण तथा भाषा की सबसे बड़ी, परंतु भावाभिव्यक्ति की वास्तविक लघुत्तम इकाई की को 'पद' कहते हैं।
इस प्रकार वाक्य में शब्द पद और विभक्ति तीनों के रूप पृथक-पृथक विद्यमान रहते हैं और तीनों के संगठन से ही समर्थक वाक्य का निर्माण होता है।

शब्द के मुख्य दो भेद होते हैं

1• विकारी
2• अविकारी 


1•विकारी


              जिन शब्दों में प्रयोग अनुसार कुछ परिवर्तन उत्पन्न होता है वह विकारी शब्द कहलाते हैं।
जैसे- बुढ़ापा, सोना, बुरा, जगना, दौड़ना, तू, मैं, आदि विकारी शब्द है उनके प्रमुख चार भेद होते हैं-
(१)संज्ञा(२) सर्वनाम(३) विशेषण(४) क्रिया


2• अविकारी  


                 प्रयोगानुसार कुछ परिवर्तित न होने वाले शब्द अविकारी शब्द कहलाते हैं
 जैसे- धीरे-धीरे, तथा, अथवा, और, किंतु, वह, अच्छा, यह सभी अविकारी शब्द है इनके भी मुख्य चार भेद होते हैं-
(१)क्रियाविशेषण
(२) समुच्चयबोधक
(३) संबंधबोधक 
(४)विस्मयादिबोधक